भारतीय शेयर बाजार आज मिश्रित रुझान के साथ बंद हुआ। सेंसेक्स 198 अंकों की गिरावट के साथ 77,860.19 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 50 इंडेक्स 43.40 अंक गिरकर 23,559.95 पर बंद हुआ। बाजार में गिरावट का मुख्य कारण RBI द्वारा रेपो रेट में 25 बेसिस पॉइंट की कटौती (6.25%) और विदेशी निवेशकों (FIIs) द्वारा लगातार बिकवाली रहा।
बाजार के प्रमुख ट्रेंड
सेक्टोरल प्रदर्शन
विदेशी निवेशकों की बिकवाली का असर
जनवरी 2025 में विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने करीब ₹72,300 करोड़ की बिकवाली की। यह लगातार चौथा महीना था जब विदेशी निवेशकों ने भारतीय बाजार से निकासी की। BFSI और IT सेक्टर में सबसे ज्यादा बिकवाली हुई, जबकि केमिकल और टेलीकॉम सेक्टर में हल्की खरीदारी दर्ज की गई।
प्रमुख कंपनियों के नतीजे और असर
आज के कारोबार में कुछ कंपनियों के तिमाही नतीजों का असर भी देखने को मिला। Mazagon Dock ने 29% मुनाफे की बढ़त दर्ज की, जिससे इसके शेयरों में तेजी आई। Aurobindo Pharma में खरीदारी बढ़ी और विश्लेषकों ने 1,215-1,230 रुपये तक की संभावित तेजी का अनुमान लगाया। Waaree Energies के शेयरों में 5% की उछाल देखी गई, क्योंकि कंपनी का रेवेन्यू और EBITDA कई गुना बढ़ा।
रुपया और वैश्विक संकेत
भारतीय रुपया आज 87.43 प्रति डॉलर पर बंद हुआ, जो पिछले दिन की तुलना में थोड़ा मजबूत हुआ। वहीं, सोने की कीमतें नए उच्चतम स्तर पर पहुंच गईं, जबकि चांदी में मामूली गिरावट देखने को मिली।
विशेषज्ञों की राय
बाजार के जानकारों का मानना है कि RBI की नीतिगत दरों में कटौती से बाजार को फायदा होना चाहिए था, लेकिन निवेशकों की सतर्कता और विदेशी बिकवाली के चलते बाजार दबाव में रहा। GDP ग्रोथ FY25 के लिए 6.4% और FY26 के लिए 6.7% रहने का अनुमान लगाया गया है। इसके अलावा, सरकारी कंपनियों MTNL और BSNL की संपत्ति बिक्री पर आने वाले फैसलों से PSU स्टॉक्स में अस्थिरता देखने को मिल सकती है।आगे बाजार में स्थिरता के लिए विदेशी निवेशकों की गतिविधियों और वैश्विक आर्थिक संकेतकों पर नजर रखना जरूरी होगा। अधिक अपडेट्स के लिए हमारे वेबसाइट पर नजर
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